1 rupee 40 dollar
1 rupee 40 dollar
टाइटल देख के आप चौक गए होंगे। बात ही कुछ ऐसी करने जा रहा हूं इस पोस्ट में। जैसे कि आप सबको पता ही होगा कि, आज की तारीख में $1=₹70 के पार है।
बड़ी प्रचलित हास्यास्पद बात है कि,"भारतीय रुपया सिर्फ एक ही समय ऊपर जाता है और वह है टोस के समय पर"
लेकिन क्या आपको पता है, की जब हमें आजादी मिली तब 1 रुपया, 1 डॉलर के बराबर था। और आजादी के पहले सन 1925 और 1913 में 1 डॉलर के मुकाबले 0.09 और 0.1 रुपया था।
उसके बाद शुरू हुआ रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले कमजोर होना।
वक्त के साथ फिर ये रुपए की गिरावट ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
सन् 1950 में 1 डॉलर के मुकाबले 4.76 रुपए हो गए, फिर...
1970 में 7.50 रुपए,
1981 में 8.66 रुपए,
1991 में 22.74 रुपए,
2000 में 44.94 रुपए,
2010 में 45.73 रुपए, और अब
2018 में 74.35 रुपए हो गए है।
तो क्या है वह वजह जिसकी वजह से रुपए का मूल्य प्रभावित होता है और कैसे देशहित में रुपए को मजबूत कर सकते है?
रुपया कमजोर होने के पीछे कई वजह है, जिनमें से कुछ अहम है कच्चे तेल की लगातार बढ़ती कीमतें और अमरीकी मुद्रा की बढ़ती मांग।
भारत के पास जितना काम डॉलर होगा, उतना डॉलर का मूल्य बढ़ेगा, कोई भी देश अपनी जरूरत की चीज़े, या तो खुद बनाते है या तो किसी दूसरे देश से आयात करते हैं और विदेशो से कुछ भी आयात करने के लिए उन्हें डॉलर में या युरो में भुगतान करना होता है।
कच्चा तेल:
अमरीका और चाइना के आयात शुल्क के कारण और वैश्विक व्यापार युद्ध के कारण रुपया और भी कमजोर हुआ। इससे अमेरिकन डॉलर की बढ़ती मांग को बड़ी गति मिली। भारत के साथ साथ, एशिया के कई देशों की मुद्राएं भी प्रभावित होकर कमजोर पड़ने लगी।
कच्चे तेल की कीमतें तेज़ी से बढ़कर अब लगभग 75 डॉलर प्रति बैरल के पार हो गई है।
नवंबर 2017 तक अमेरिका ने ईरान से तेल खरीदना बंद करने के लिए अपने सहयोगियों पर दबाव बनाया।
इसकी वजह से विदेश यात्रा महंगी होने लगी।
कम्प्यूटर, मोबाइल, कच्चे तेल वगैरा महंगे हुए। तेल कंपनियों ने तेल और डीजल की कीमतें बढ़ाना शुरू किया। महंगे तेल और डीजल के चलते, वाहन व्यवहार और ट्रांसपोर्टेशन महंगा हो गया।
उधारी की मुद्रास्फीति (इनफ्लेशन), आर बी आयी की उधार दरे बढ़ाने को प्रभावित किया। उच्च ब्याज दर से घर की लोनो की किस्ते महंगी कर दी।
इसके अलावा अन्य भी कई कारण हो सकते है लेकिन यह कारण मुख्य है।
कैसे रुपए को मजबूत किया जा सकता है?
आजकल, हर जगह पर पैसों की बोलबाला है, शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिन्हें पैसे की जरूरत ना हो। पैसे का मूल्य सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों के मुताबिक बदलता रहता है।
रुपए को डालर के मुकाबले मजबूत करने के लिए बहुत सारे कारण हो सकते है। मेरे मन में भी विचार है उसे मै यह बता रहा हूं, और यदि आपके मन में ऐसे कौनसे विचार है जिससे रुपया मजबूत हो सकता है? तो आप कॉमेंट कर के बता सकते है।
- हमे सबसे पहले तो हो सके तो विदेशी चीज को कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए या तो संपूर्णता स्वदेशी चीजों का उपयोग करना चाहिए।
- आयात के बदले निर्यात बढ़ाया जाए।
- विदेशी निवेशकों को अपने देश में उद्योग या शेयर बाजार में निवेश करवाना होगा।
- विदेश में रहने वाले भारतीय विदेश में कमाए हुए डॉलर भारत भेज तो भी हमारा विदेशी मुद्रा का भंडार बढ़ सकता है।
- स्ट्रॉन्ग एवं स्थायी सरकार से भी बहुत ज्यादा फर्क पड़ता है।
- चुनावों में खर्च हो रहे है वह खर्च कम किए जाए और उस बच्ची हुए रुपए को देश के विकास में लगाया जाना चाहिए।
- आई टी क्षेत्रों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा मिलना चाहिए।
- पढ़े लिखे नौजवानों को अपनी काबिलियत के अनुसार उनको सही रोजगारी मिलनी चाहिए जिससे कि वह भारत देश छोड़ के विदेशो में उनके लिए काम ना करे,
और ऐसे कई कारण है जिससे रुपयों की मजबूती मिले।
(1 rupee 40 dollar)
अगर सच में ऐसभो गया तो भारत देश एक सोने की चिड़िया फिर से कहलाएगा।
- विदेशी लोग भारत में नौकरी करने आने लगेंगे।
- एन आर आई फिर से अपने वतन लौटने लगेंगे।
- अब हमे कमाने के लिए विदेश जाने की जरूर नहीं होगी।
- सोचो अगर आप घर से बाजार जाने के लिए जिस ऑटो में जाओगे वह ऑटो कोई विदेशी चला रहा हो तो कैसा लगेगा?
- या तो, हर किसी के पास खुद की कार हो सकती है।
- हर शहर, गाव, गली, मोहल्ला स्मार्ट बन जाएंगे।
- हर व्यक्ति स्मार्ट होगा।
- तरह तरह के गजेट्स लोग आसानी से इस्तेमाल करने लगेंगे , शिक्षण का स्तर नई ऊंचाइयां चूमेगी।
- देश का एक भी हिस्सा, एक भी कोना अनपढ़ नहीं होगा।
- देश की शिक्षा प्रणाली बिल्कुल ऊंचे दरज्जे की होगी।
- लोगो की खरीद शक्ति बढ़ेगी, हाई टेकनोलोजी इस्तेमाल करने लगेंगे।
- हमारे काबिल नौजवान को गजब का प्रोत्साहन मिलेगा और बिना पेट्रोल डीज़ल से चलने वाली गाड़ियों का आविष्कार करने लगेंगे, ताकि भविष्य में देश को तेल की आयात करने की जरूरत ही नहीं होगी।
- पूरा देश अब सोलर पैनल, हाइड्रो प्रोजेक्ट और विंडमिल से बिजली पैदा करने में बढ़ावा मिलेगा।
- अगर ऐसा हि रहा तो बहुत जल्द भारत देश की अर्थ व्यवस्था दुनिया में पहले या दूसरे क्रम पर आ सकती है।
- हर इंसान डिजिटल दुनिया में जीने लगेंगे।
- बेरोजगारी समाप्त हो सकती है, बेरोजगार वहीं होंगे जो आलसी है और कुछ करना नहीं चाहते।
- नौकरियों में भी वेतन कि जगह जिनकी जो काबिलियत होगी वैसे उनकी आमदनी हो नी चाहिए, ताकि लोगो के बीच उच्च नीच का भाव ख़तम हो सकता है।
- साधारण बस या ट्रेन के जगह बुलेट ट्रेन ले लेगी।
- देश अंतरिक्ष की दुनिया में सब देशों का प्रतिनिधित्व करेगा।
- क्युकी अभी की दिनों में इसरो जिस तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, तो भविष्य में नंबर वन पर आ सकता है।
- जिससे देश की सीमा सुरक्षा करना भी आसान हो जाएगा, टेक्नोलॉजी की वजह से देश के जवानों को पेट्रोलिंग नहीं करनी पड़ेगी क्यों की, सीमा की सुरक्षा इलेक्ट्रॉनिक रोबोट करने लगेंगे।
दोस्तो, ऐसे ढेर सारे बदलाव भारत देश में देखने को मिल सकते है।
अगर आपके मन में कोई विचार हो तो ऊपर बताए गए बदलाव में जोड़े, जोड़ने के लिए कॉमेंट करे।
ये एक मेरी सोच है, अगर यह पोस्ट आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तो के बीच शेयर जरूर करे।
पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद।
आपका दिन शुभ हो।
जय हिन्द। जय भारत।
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